Lyrics : देश हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें- desh hame deta h sb kuch hum bhi to kuch dena sikhe - Param Himalaya
देश हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें ॥धृ॥
सूरज हमें रौशनी देता, हवा नया जीवन देती है ।
भूख मिटने को हम सबकी, धरती पर होती खेती है ।
औरों का भी हित हो जिसमें, हम ऐसा कुछ करना सीखें ॥१॥
गरमी की तपती दुपहर में, पेड़ सदा देते हैं छाया ।
सुमन सुगंध सदा देते हैं, हम सबको फूलों की माला ।
त्यागी तरुओं के जीवन से, हम परहित कुछ करना सीखें ॥२॥
जो अनपढ़ हैं उन्हें पढ़ाएँ , जो चुप हैं उनको वाणी दें ।
पिछड़ गए जो उन्हें बढ़ाएँ, समरसता का भाव जगा दें ।
हम मेहनत के दीप जलाकर, नया उजाला करना सीखें ॥३॥
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